आज न तो कोई कविता न ही कोई लेख...
बल्कि एक गुज़ारिश...
एक नया पत्ता खेला है...
नया हाँथ आज़माया है...
आपमें से कुछ को परेशान कर चुकी हूँ
कुछ को परेशान करना बाकी था..
कुछ को सुना दिया
कुछ के कान खाना बाकी था...
क्या है न, आज तक सिर्फ दिमाग खाती आयी हूँ सबका...
और बताया भी, की कुछ नया try किया है...
इसीलिए सोचा की अब कान खाऊँ...
पर प्लीज़ बताइयेगा ज़रूर...
की, लगा कैसा???
हाँ...
इसमें ऋषि, प्रतिभा और के.के. का बहुत बड़ा हाँथ है...
इसमी जो कुछ,
मिठास है...
वो सिर्फ ऋषि और प्रतिभा के कारण...
हाँ...
इसमें ऋषि, प्रतिभा और के.के. का बहुत बड़ा हाँथ है...
इसमी जो कुछ,
मिठास है...
वो सिर्फ ऋषि और प्रतिभा के कारण...
और सुन्दरता के.के के कारण...
और जी...
Sonore Unison Music का भी...
THANK YOU SO MUCH FRIENDS... :)
टीम के बारे में आप सबकुछ इस विडियो में ही पढ़ लेंगें...