आज, हमेशा की ही तरह, अपनी एक नई रचना को आप सभी के सामने प्रस्तुत करने आई थी।
पर आज ज़रा-सी उल्टी गिनती गिन ली। आमतौर पर पहले अपने ब्लॉग पे आती, या अपना डैशबोर्ड देखती, या फ़िर जिन ब्लोग्स पर कमेन्ट करना होता वहां जाती और फ़िर आख़िरी में अपने ई-मेल्स चेक करती... पर आज, न जाने क्यूं ई-मेल अकाउंट पहले चेक करने पहुँच और जो देखा उसपर मुझे तो यकीन न के बराबर हुआ... और फ़िर क्या, पूरा मेल पढ़ा, जो लिखा था उसे जाकर सही होने की पुष्टि की और फ़िर तो बस पूछिए मत... ख़ुशी इतनी की बस चली आई आप सभी के साथ यहाँ बाँटने... रहा नहीं गया मान लीजिये...
क्या है, हम जैसे नवजात ब्लोग्गर्स को इतनी खुशी भी बहुत बड़ी लगती है... हो सकता है आप लोगों के लिए ऐंवे-टाईप बात हो... पर मेरे लिए तो बड़ी है... और सबसे बड़ी बात... मै खुश हूँ...
धत तेरे की॥ बात तो बताई ही नहीं... हाँ जी तो बात यह है की मेरी कविता... "एक शुरुआत... अंत के बाद..." जागरण-जंक्शन के फीचर्ड ब्लोग्स में सेलेक्ट हुई है....
मेरा हौसला बढाने, मुझे हमेशा प्रेरित करने एवं मार्गदर्शन के लिए हार्दिक धन्यवाद... इसी साथ एवं मार्गदर्शन की आशा हमेशा रहेगी...
ये रही लिंक...
http://jagranjunction.com/
bahut bahut badhaai.......yun hi mazil chalker paas aaye
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद मैम... बस यूँही आशीर्वाद बनाए रखें...
ReplyDeleteपूजा जी बहुत बहुत बधाई……………वो कविता है ही इसी लायक्…………एक नयी सोच और दिशा देती है……………आप आगे भी नये नये मुकाम हासिल करती रहें यही दुआ है।
ReplyDelete@वंदना जी... बहुत-बहुत शुक्रिया... बस आप लोगों की दुआएँ साथ रहें... मेरी तरफ से कोशिश जारी है...
ReplyDeletecongratulations and celebrations............
ReplyDeleteI'm so much happy for you sweety, kaha tha na ki tu bas apna kaam kar, ek din zaroor duniya tujhe aur tere hunar ko pahchanegee. Abhi to ye sirf shuruaat hai, dagmagana mat, ham sab tere saath hai. Tujhe ham sabhi ka sar fakra se oonchaa karna hai aur khud ka naam is aasman mei likhn a hai.
@Archi... Thank you so much dear... I hope to fulfill all your deeds... bas yunhi haanth thame rahna... and haan, dagmagaungee kaise jab tujh jaise dost saath ho to... thank you so much...
ReplyDelete@वंदना जी... एक छोटी-से गुज़ारिश है... प्लीज़ मुझे "जी" न कहे... मै आपसे उम्र एवं तजुर्बे दोनों में बहुत छोटी हूँ... आप तो बस मार्गदर्शन दीजिये, इतनी आशा है...
ReplyDeletebhn pujaa ji bhut bhut mubark ho hm bhi aapki is khushi men shaamil he lekin hm aap ke kthnon se shmt nhin he jisme aapne khud ko nachiz khaa he yeh aapka bdppn ho skta he lekin aapki rchnaa vaaqyi vaaqyi isse bhi bulndi pr phunchne vaali hen . akhtar khan akela kota rajsthan
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई..अब तो चर्चित ब्लॉगर हो गईं आप. :)
ReplyDeleteअनेक शुभकामनाएँ.
पूजा जी बहुत बहुत बधाई.......संजय भैया की तरफ से ढेर सारी शुभकामनायें.
ReplyDeleteमेरी दुआएँ आपके साथ है मेरी यही कामना है मेरी बहन हर दिन नये नये मुकाम हासिल करे
ReplyDeleteसंजय भास्कर
badhai ho.
ReplyDeleteअच्छे भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएं !
ReplyDelete[मूल्यांकन से बाहर पोस्ट]
ReplyDeleteबहुत बहुत मुबारक
आपकी रचना 'जागरण जंक्शन' में न भी सलेक्ट होती, तब भी आपकी कविता के अच्छा होने में कोई संदेह नहीं था . आप बस पूरे दिल से सृजन करते रहिये .... ऐसे ख़ुशी के पल न जाने कितने और भी आयेंगे.
पूजा जी,
ReplyDeleteबधाई स्वीकार करें.
अच्छा लगना ही चाहिए। पूजा बस सकारात्मक,सार्थक और ऐसा ही लिखती रहो। लोग ढुंढढूंढकर पढ़ने आएंगे। बहुत बहुत बधाई।
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई ...और कविता सच ही बहुत अच्छी है
ReplyDeleteमौलिक सृजन को ऐसे प्रोत्साहन और भी पुष्पित पल्लवित करते हैं -
ReplyDeleteआपकी मौलिकता पुरस्कृत हुयी है, बधाई !
@अख्तर जी, उड़न तश्तरी जी, भैया, पूर्वीय जी, सतीश जी, उस्ताद जी, दीपक जी, राजेश जी, संगीता जी, अरविन्द जी... आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद...
ReplyDelete@अख्तर जी... जी नहीं ऐसा नहीं है... सच में मै अभी सिर्फ एक नवजात हूँ इस जगत में... बाकी आप लोगों के साथ की कामना है, मेरी तरफ से कोशिश यूँही जारी रहेगी...
@उड़न तश्तरी जी... नहीं सर... अभी तो मंजिले कई तय करनी है... आप लोगों से अभी बहुत कुछ सीखना है... यूँही मार्गदर्शन करते रहे... धन्यवाद...
@भैया... बस यूँही दुआएँ डेट रहिएगा... और साथ की हमेशा आशा करती हूँ...
@उस्ताद जी... मूल्यांकन न करने के लिए धन्यवाद... बस आप लोग आशीर्वाद और मार्गदर्शन देते रहेंगे तो जरूर मंज़िल प्राप्त होगी... धन्यवाद...
@राजेश जी... बहुत-बहुत धन्यवाद सर... बस आप लोगो के आशीर्वाद, सहयोग एवं मार्गदर्शन की जरूरत है... मै तो सिर्फ कोशिश कर सकती हूँ, सो कर रही हूँ...
बहुत बहुत बधाई
ReplyDelete@प्रवीण जी... बहुत-बहुत धन्यवाद...
ReplyDeleteसर्वप्रथम बहुत बहुत बधाई हो एक रचनाकार की रचना जिसका सृजन उसने किया हो मुकाम तक पहुचे तो वास्तव में उसे बहुत ख़ुशी होती है और आपने अपनी खुशियों को हम सब के बिच बाटा उसके लिए धन्यवाद कहते है न की खुशिया बाटने से बढती है!आपने अपनी और हम ब्लॉग मित्रो की खुशियों को बढाया पुन: बधाई हो ..............................
ReplyDelete@अमरजीत जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... आप लोगों की शुभकामनायें एवं साथ यूँही मेरा मार्गदर्शन करता रहे, यही शान हमेशा रहेगी... मै तो सिर्फ अपनी तरफ से कोशिश कर सकती हूँ... सो सदैव करती रहूंगी...
ReplyDeleteBahut,bahut mubarak ho!
ReplyDelete@Kshama ji... Thank you so much...
ReplyDeletebahut-bahut badhaior dheron shubhkaanayen....
ReplyDelete@P S Bhakuni ji... thank you so much...
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