आज फ़िर से तुम्हें जाना है...
और मुझे याद आ रहा एक गाना है...
"मुझसे जुदा होकर तुम्हें दूर जाना है... पल भर की जुदाई, फ़िर लौट आना है.........."
अरे अरे!!!
ये क्या कर रही हूँ मैं...???
जो कुछ भी सोचा था,
उससे तो बिलकुल ही उल्टा कर रही हूँ मैं...
सोचा था...
न तो गाना गाऊँगी...
न तुम्हें रुकने को मानाउँगी...
और न ही किन्ही अदाओं से तुम्हें रिझाउँगी...
all-in-all, किसी फ़िल्मी अदाकारा जैसा कोई किरदार नहीं निभाउँगी...
पर न जाने क्यूँ...
किरदार निभाने का मन हो रहा है...
तुम्हें रिझाने का मन हो रहा है...
तुम्हें रोक लूँ कुछ भी कर के... बस...
गाना भी गाने का मन हो रहा है...
"आज जाने की जिद न करो............
या...
"न जाओ सैंयाँ... छुड़ा के बैंयां, कसम तुम्हारी मैं रो पडूँगी...........
शायद ये problem हम सभी भारतींयों के साथ है...
जो बड़े ही ऐसी फ़िल्में और किरदार देखकर होते हैं...
जब हीरो कहीं दूर जाता है... तब
उसकी माँ, बहन और प्रेयसी की आँखों में आँसू होते हैं...
कभी अकेले छिप-छिपकर, तो कभी सब साथ मिलकर रोते हैं...
और रातों को भूखे पेट, करवटें बदलते हुए सोते हैं...
उसके ख़त, फ़ोन के इंतज़ार में,
दिन-रात का चैन खोते हैं...
"वो खुश रहें जहाँ भी रहे!"
बस, यही लफ्ज़ हमारी जुबाँ पे होते हैं...
ख़ैर!!!
फ़िल्में, फ़िल्मों के किरदार, या फ़िर कोई गाना...
कोई अदा, या अपना कोई फ़साना...
ये सब किसी काम के नहीं।
क्योंकि आख़िरकार...
आज तुम्हें जाना है
और मुझे
तुम्हारी यादों के साथ तन्हा रह जाना है...
फिल्मी गानों से भाव व्यक्त करने का नया प्रयोग।
ReplyDelete@प्रवीण जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... छोटी-सी कोशिश की है... हम जनरली ऐसे ही होते हैं...
ReplyDeleteवाह पूजा जी..
ReplyDeleteवाकई बहुत अच्छा लगा
बहुत रोचक उम्दा..........अच्छी रचना
@भैया... बहुत-बहुत धन्यवाद...
ReplyDeleteबस एक निवेदन... आप मुझे "जी" न कहे...
कविता भाव-ज्ञानात्मक से लिंक-गानात्मक की ओर दौड़ गयी !
ReplyDeletereally technology changes poetic-form !
too good, bt whom you are trying to atop, or whom not leting to go anywhere?
ReplyDeleteplz clearify
@अमरेन्द्र जी... जी बस एक कोशिश की है... बहुत-बहुत धन्यवाद...
ReplyDelete@Archi... thank you dear... I'll tell you later... please stop your idioticism here... thanx...
ReplyDeleteपूजा जी, एक नया प्रयोग अच्छी रचना बधाई हो ! कभी यहाँ भी पधारे ..कहना तो पड़ेगा ...........................
ReplyDelete@अमरजीत जी... जी बिल्कुल,,, बहुत-बहुत शुक्रिया...
ReplyDeletewah wah.. very gud.. sahe he
ReplyDeletekeep it up
@Ankur... thank you so much
ReplyDeleteok aaj ke baad no pooja ji....only pooja
ReplyDelete..........ab khush ho.....
pahalee bar is tarah nai vidha kee rachna padhi ..maja aa gaya ..badhayi...
ReplyDeleteinnovative !!!
ReplyDeleteशुभ दीपवाली की आपको हार्दिक शुभकामनायें| हम आपकी सुख,शान्ति,उन्नति,यश और वैभव के लिए माता रानी से सफल प्रार्थना करते हैं भगवान् सदा आपके सहाय हो | शुभ दीपावली
ReplyDeleteरूमानी भावों की कलात्मक प्रस्तुति
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामाएं ...
ReplyDeleteपूजा जी बहुत खूब लिखी कविता इंग्लिश शब्द, हिदी गीत के मुखड़े का प्रयोग अच्छा किया पर असल बात भी सलीके से लिख दी .
ReplyDeleteशुभ दीपावली .
रफत आलम
इसी तरह आप से बात करूंगा
ReplyDeleteमुलाक़ात आप से जरूर करूंगा
आप
मेरे परिवार के सदस्य
लगते हैं
अब लगता नहीं कभी
मिले नहीं है
आपने भरपूर स्नेह और
सम्मान दिया
हृदय को मेरे झकझोर दिया
दीपावली को यादगार बना दिया
लेखन वर्ष की पहली दीवाली को
बिना दीयों के रोशन कर दिया
बिना पटाखों के दिल में
धमाका कर दिया
ऐसी दीपावली सब की हो
घर परिवार में अमन हो
निरंतर दुआ यही करूंगा
अब वर्ष दर वर्ष जरिये कलम
मुलाक़ात करूंगा
इसी तरह आप से
बात करूंगा
मुलाक़ात आप से
जरूर करूंगा
01-11-2010
aap sahi kaaut-aut dhayawaad...
ReplyDeleteaap sahi ko dewaali kee dher saaree shuhkaamnayen...
आपको और आपके परिवार को दीपावली की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं !
ReplyDeleteutam -***
ReplyDeleteKitna sundar likhti ho . Made my day , really like your rachnaian . Keep good work up ! lot of love .
ReplyDeleteShashi
@Poorviya ji, Aditya ji, Shashi ji... thank you so much...
ReplyDelete@Shashi ji... thank you so much... keep blessing...