धन्यवाद...

आज तक सिर्फ सुना था कि आपको कब किसकी दुआ मिल जाये और कब किसकी दुआ लग जाये ये कह नहीं सकते, पर जब यही मेरे साथ हुआ तब यकीन आ गया, कि नहीं ऐसा सिर्फ कहने के लिए नहीं बल्कि होता भी है। कुछ दिनों पहले मै बहुत ही असमंजस की स्थिति में थी, कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूँ? तभी यहीं-कहीं से कुछ खास लोगों ने मुझे अपने आशीर्वाद से नवाज़ा और मेरे लिए दुआ की, और उनकी प्रार्थना उस ऊपरवाले ने कबूल भी कर ली... {मेरी पिछली कविता में}...
इसीलिए ये पोस्ट उन सभी लोगों को समर्पित करना चाहती हूँ जिन्होंने मुझे अपनी दुआओं से नवाज़ा... और वो मुझे सिर्फ यहाँ, यानी मेरे ब्लॉग के ज़रिये जानते हैं... पर कहूँ या कहूँ परन्तु इस धन्यवाद का बहुत बड़ा हिस्सा चिठ्ठाजगत को भी जाता है जिन्होंने उन लोगों को मुझ तक पहुँचाया... वरना वो मुझसे और मै उनसे अनजान ही थी...
आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया और आशा करती हूँ कि यूँही हमेश आप मुझे अपने आशीर्वाद और दुआओं से नवाजते रहेंगे...
धन्यवाद...

5 comments:

  1. Just continue the good work. I like your sincerity and dedication and of course you are a powerhouse of talent.

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  2. काम किये जा दुआ लिये जा ।

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  3. @sanjeev ji... i will always try my level and heratly beat... and thank you so much for such great compliment which is not made for me... but sure will try to touch the peak
    @Asha ji... ji bas usi koshish mein hoon... bahut bahut dhanyawaad...

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  4. great writer , I love reading your blog . I read all the poems and they are so true and original . Bless you ! Puja

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  5. @Shashi ji... Thank you so much mam'... Just trying to be as good as you all said about me... Just need you blessings... Thank you so much once again...

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