कुछ ख़ास...

एक आस, एक प्यास...
बस एक और मंज़िल की तलाश...

इतना मिलने के बाद भी यदि चाहत है कुछ और पाने की...
तो, हो-न-हो, वो ज़रूर है कुछ ख़ास...

3 comments:

  1. क्या बात है..जरुर खास ही होगा.

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  2. धैर्य का फल मीठा होता है

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  3. @Udan Tahstari ji and Sanjeev ji... thank you so much...
    @Udan Tashtari ji... ji, lagta to hai...
    @Sanjeev ji... hmmm... parantu kitna??? jyada meetha mujhe pasand nahi hai... :)

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