वो सीली-सीली यादें...

धो-पोंछ के रख दी थी न हर बात???
उलझी-बिखरी,
खट्टी-मीठी,
इधर-उधर की... हर याद
हर हंसी,
हर मज़ाक,
हर अठखेली,
हर फ़रियाद,
हर अहसास,
हर जज़्बात...
फिर क्यों, यूं अचानक???
वापस आ रहे हैं वो पल...
और क्यों सता आ रहीं हैं
उन पलों की वो सीली-सीली यादें...

32 comments:

  1. "वापस आ रहे हैं वो पल ....
    और क्यों सता रही हैं
    उन पालो की वो सीली सीली यादें..."

    क्योंकि उन बातों और उन पलों से चाह कर भी पीछा नहीं छुड़ाया जा सकता।


    सादर

    ReplyDelete
  2. ये यादें जीवन के खट्टे कडवे अहसासों के कम करने के लिए कारगर होती हैं ....
    शुभकामनायें आपको !

    ReplyDelete
  3. ये यादें उम्र भर पीछा कहाँ छोडती हैं, चाहे आप कितनी भी कोशिश क्यों न करें...बहत सुंदर प्रस्तुति..

    ReplyDelete
  4. सुन्दर कविता
    ये यादे ही तो है जिनसे जीवन महकता है
    शुभकामनाये

    ReplyDelete
  5. बातें कहाँ भुलाये भूलती हैं।

    ReplyDelete
  6. नींद पूरी हुई उनकी , या तुम्हारे मन ने उनको झाँका ... कारण जो भी हो, यादें कब साथ छोडती हैं !

    ReplyDelete
  7. ab yadein to yadein hi hai...
    ikhtiyaar kiska hai in par,
    baharhal khubsurat rachana...

    ReplyDelete
  8. यादें कभी पीछा नहीं छोडती है , सुंदर भाव ....

    ReplyDelete
  9. यादें कभी पीछा नहीं छोडती है
    सुन्दर सटीक ..बहुत सुन्दर प्रस्तुति...पढ़ कर आनंद आया ..

    ReplyDelete
  10. भाव युक्त शब्दों का उतनी ही सुन्दर तस्वीर के साथ अद्भुत संयोजन...सादर !!!

    ReplyDelete
  11. Yadon ko kab kaun bhula paya hai aajtak?

    ReplyDelete
  12. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  13. उन पलों की सीली - सीली यादें ...
    भावपूर्ण प्रस्तुति के लिए बधाई !!!

    ReplyDelete
  14. वो भूली दास्तां लो फिर आंखें भिगा गईं ...

    ReplyDelete
  15. यादें तो यादें हैं जो भूलाये नहीं भूलती...भावपूर्ण प्रस्तुति..

    ReplyDelete
  16. दरअसल यादें ही तो जिंदगी है ..अच्छी रचना

    ReplyDelete
  17. वाह ...बहुत खूब यादों के संग गुजरता वक्‍त ...।

    ReplyDelete
  18. धो-पोंछ कर रख दी थी यादें, पूरी तरह सहेज कर, इस कविता को पढ़ते हुए ऐसे कई बिंब याद आते हैं जो गुलजार ने अपने गीतों में लिखे हैं। ताजा फूलों की खुशबू लिए कविता

    ReplyDelete
  19. बहुत ही सुन्दर कविता बधाई पूजा जी

    ReplyDelete
  20. यादें ऐसे ही सताती हैं ... भिगो जाती हैं अंदर तक ...

    ReplyDelete
  21. ये यादें जीवन के खट्टे कडवे अहसासों के कम करने के लिए कारगर होती हैं। शुभकामनायें !

    ReplyDelete
  22. aap sabhi ka bahut-bahut shukriya... :)
    yahi aashirwaad aur saath banayen rakhen...

    @Badi Maa... na jane kya hua... par kuch to tha... :)

    @Mai aur mera parivesh... baba re... aisi baat... dhanya ho gai ki meri koi line aapko "Gulzar ji" ki yaad dila de... meri lekhni dhanya hui... :)

    ReplyDelete
  23. पूजा जी बहुत ही सुंदर रचना है !
    देर से आया हूँ मगर दुरुस्त आया हूँ !

    ReplyDelete
  24. Pooja ji ,
    hamare blog par bhi darshan de
    hum prtiksha me hain

    ReplyDelete
  25. love this post..i enjoyed much!!
    you are so talented and pretty

    From everything is canvas

    ReplyDelete
  26. इस पोस्ट के लिए धन्यवाद । मरे नए पोस्ट :साहिर लुधियानवी" पर आपका इंतजार रहेगा ।

    ReplyDelete
  27. sach yaadein asi hi hoti hai..bahut sundar
    mere blog par bhi aapka swagat hai :)

    ReplyDelete
  28. हाय सब,

    आप एक व्यवसाय है कि एक कम समय में आप अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर करने के लिए बदल सकते हैं की कल्पना कर सकते हैं?
    आप जो व्यवसाय में एक प्रतिशत है, जो है नहीं देने के लिए और हमेशा की तरह, किसी भी निवेश के बिना होगा?
    व्यापार कि सरल है और कि आप एक जीवन भर प्रदान कर सकते हैं?
    जो व्यापार में आप कुछ खोना नहीं है, लेकिन आप केवल एक ही प्राप्त कर सकते हैं?
    आप गूगल के सदस्य अच्छी तरह से भुगतान करना चाहेंगे?
    बात यह है ... WAZZUB


    WAZZUB - नई तकनीक का पेटेंट कराया पंजीकरण करने के लिए दुनिया में सबसे का दौरा किया वेबसाइटों बन पृष्ठ.
    गूगल भी रिकॉर्ड FACEBOOK तोड़ दिया और गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया. WAZZUB 2012 में, अरबों लोगों की नहीं लाखों के जीवन में परिवर्तन ...
    इस एमएलएम (बहु स्तरीय विपणन) नहीं है - WAZZUB बहुत खास है!
    कोई अन्य कंपनी के उन लोगों को जो मुक्त हो जाएगा के लिए अपने लाभ का 50% की पेशकश की है और इस नई परियोजना के साथ शामिल किया जाएगा. यह सब पर बाजार में ही कंपनी है.

    करोड़ों परियोजना WAZZUB. इसकी शुरुआत 2007 से अधिक 2000000 $ के एक निवेश के साथ वापस की तारीख.

    यह एक नया इंटरनेट घटना है, और आप एक दुनिया में पहली बार इसके बारे में पता कर रहे हैं. अब यह बहुत महत्वपूर्ण है समझ तुम क्या आपके हाथों में है.

    समय महत्वपूर्ण है.

    आप एक जीवन भर के माध्यम से वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर सकते हैं - मुक्त - और एक बड़े पैमाने पर निष्क्रिय आय हर महीने.

    आप गहरी 5 पीढ़ियों में उनकी "असीमित" चौड़ाई में प्रति व्यक्ति $ 1 अर्जित कर सकते हैं.

    अगर यह ज्यादा नहीं लगता है देखो, क्या होता है:

    यदि आप 5 दोस्तों को आमंत्रित करते हैं, और उन पांच दोस्तों को एक ही बात करेंगे:

    पहले 5 पीढ़ी एक्स 1 $ $ $ 5 =
    दूसरी पीढ़ी के 25 एक्स 1 $ = $ 25
    x 125 $ 1 = $ 125 की तीसरी पीढ़ी
    चौथी पीढ़ी के 625 एक्स 1 $ = $ 625
    5 3125 पीढ़ी x 1 $ 3 $ 125 =
    ____________________________________
    अपने निष्क्रिय आय 3905 $ कुल होगा. यह निष्क्रिय आय आप प्रत्येक महीने हो और तुम क्या तुम हर दिन कर रहे हैं की तुलना में और कुछ नहीं करते.

    क्या होगा अगर हर कोई परियोजना केवल 10 लोगों को आमंत्रित किया? इस राशि के लिए 111 $ 110 प्रति माह करने के लिए गुलाब होगा - एक निष्क्रिय जीवन!

    और अधिक लोगों को आमंत्रित करने के लिए, अधिक पैसे कमाने. 20 या 30 की कोशिश करो और देखो क्या होता है ... आप विश्वास नहीं करेंगे.

    यह एक तथ्य यह है कि ज्यादातर लोगों में शामिल है क्योंकि यह एक अद्वितीय कमाने का अवसर है,
    यह शक्ति है और यह मुफ़्त है और हर कोई मुक्त सामान प्यार करता है :)

    पंजीकरण लिंक: signup.wazzub.info / LrRef = 7ad20
    जानकारी: http://www.youtube.com/watch?v=d1hZTu6D9VY
    जानकारी: www.youtube.com/watch?v=5yv4BvQv1Kk

    ReplyDelete
  29. बहुत सुद्नर आभार आपने अपने अंतर मन भाव को शब्दों में ढाल दिया
    आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
    एक शाम तो उधार दो

    आप भी मेरे ब्लाग का अनुसरण करे

    ReplyDelete