tag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post3329347067989146311..comments2023-10-17T18:22:29.346+05:30Comments on Desires: हिंदी दिवस... भाषा उपयोग...POOJA...http://www.blogger.com/profile/03449314907714567024noreply@blogger.comBlogger27125tag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-4921498085844784542011-09-20T13:39:56.447+05:302011-09-20T13:39:56.447+05:30@शरद जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... यूं ही उत्साह-वर्ध...@शरद जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... यूं ही उत्साह-वर्धन करते रहें...<br /><br />@मनोज जी... जी बिल्कुल... और हिंदी तब भी, अब भी और हमेशा ही महत्वपूर्ण रहेगी... परन्तु तब भी कुछ भाषाओँ का ज्ञान लोगों ने अर्जित किया था, वही आज भी कर रहे हैं... :)<br />बहुत-बहुत धन्यवाद...<br /><br />@संध्या जी... जी बिल्कुल सही... और ये उचित सम्मान सिर्फ हम ही दें सकते हैं... बहुत-बहुत धन्यवाद...<br /><br />@राजेश अंकल जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... बस यही तो कहना चाह रही हूँ...<br /><br />@ताऊ... राम राम ताऊ... बहुत-बहुत धन्यवाद... और मिठास भी ख़त्म हो जाती हैं...<br /><br />@चन्दन जी... बहुत-बहुत धन्यवाद...<br /><br />@राजीव जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... मतलब मेरा लेख सफल हुआ...<br /><br />@बाऊजी... बहुत-बहुत धन्यवाद...<br /><br />@रविकर... बहुत-बहुत धन्यवाद...<br /><br />@आशा जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... जी आपकी बातों से सहमत हूँ, परन्तु एक बात से नहीं, ये फायदा शब्द मुझे भाता ही नहीं है... भाषा तो भाषा है, उसका सम्मान करें न कि ऐसी सोच रखें... और हिंदी सर्वोपरी है...POOJA...https://www.blogger.com/profile/03449314907714567024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-84016233868335017452011-09-20T13:39:35.651+05:302011-09-20T13:39:35.651+05:30@मासूम अंकल जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... जी बात यही ...@मासूम अंकल जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... जी बात यही है... बस समझ-समझ का फर्क है...<br /><br />@सत्यम... यही तो बात है... जब हमारी हिंदी अपने आप में एक बहुत शक्तिशाली और सशक्त भाषा है तो हम उसे कमज़ोर क्यों समझते हैं... हम क्यों उसे कमजोर और लाचार मानते हैं... बात उसके उपयोग की है... और हमें यही करना है... बाकी रही दूसरी भाषाओँ की बात तो, सभी का सम्मान करें... बहुत-बहुत धन्यवाद विचारों को शेयर करने के लिए...<br /><br />@महेश्वरी जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... आपको भी...<br /><br />@जाट जी... बहुत-बहुत धन्यवाद...<br /><br />@जेन्नी जी... जी, बहुत-बहुत धन्यवाद... परन्तु मुझे हमेशा यही लगता है कि ऐसा क्यों होता है... क्यों न, हम उन्हें शर्मिन्दा होने पे मजबूर कर दें जो लोग हिंदी-भाषियों का अपमान करते हैं...<br /><br />@अभिषेक जी... बहुत-बहुत धन्यवाद...POOJA...https://www.blogger.com/profile/03449314907714567024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-10383713526510129912011-09-20T13:01:44.562+05:302011-09-20T13:01:44.562+05:30आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद...
@यशवंत जी... बहुत-...आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद...<br /><br />@यशवंत जी... बहुत-बहुत धन्यवाद, आपको भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं... <br /><br />@वंदना जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... तेताला में शामिल करने के लिए... <br /><br />@कैलाश अंकल जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... बस यही मतलब...<br /><br />@सदा जी... बहुत-बहुत धन्यवाद... तभी तो प्रगति पथ बना रहेगा...<br /><br />@मीनू दीदी... जी जरूर... और शुभकामनाएं बहुत जरूरी हैं... बहुत-बहुत धन्यवाद...<br /><br />@सुनील जी... आपको भी...<br /><br />@भाई... बहुत-बहुत धन्यवाद... आपको भी...<br /><br />@प्रवीण जी... बहुत-बहुत धन्यवाद...POOJA...https://www.blogger.com/profile/03449314907714567024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-52212436564372211262011-09-17T20:42:57.315+05:302011-09-17T20:42:57.315+05:30आप से सहमत हूँ पूजा जी एक से अधिक भाषायें सीखना जा...आप से सहमत हूँ पूजा जी एक से अधिक भाषायें सीखना जानना और उनसे फायदा उठाना गलत नही है पर हिंदी हमारी माँ है उसका आदर सम्मान भी हमें ही करना है ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-55514592237412170642011-09-17T09:29:16.688+05:302011-09-17T09:29:16.688+05:30बहुत बढ़िया |
बधाई |बहुत बढ़िया |<br />बधाई |रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-14758288384450573842011-09-17T09:27:37.996+05:302011-09-17T09:27:37.996+05:30अच्छा आलेख.
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.अच्छा आलेख.<br />हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-63237148602610907362011-09-17T07:19:19.237+05:302011-09-17T07:19:19.237+05:30aur aapki baaten hamen samajh men aa bhi gayin.......aur aapki baaten hamen samajh men aa bhi gayin.....राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-25883577432800857872011-09-16T00:14:24.982+05:302011-09-16T00:14:24.982+05:30हाँ, मानवश्रेष्ठ।हाँ, मानवश्रेष्ठ।चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-29935545397557740322011-09-15T20:09:32.690+05:302011-09-15T20:09:32.690+05:30अतयंत सार्थक बात रखी है आपने. भाषा की क्लिष्ठता ही...अतयंत सार्थक बात रखी है आपने. भाषा की क्लिष्ठता ही उसकी दुश्मन हो जाती है. बहुत शुभकामनाएं.<br /><br />रामरामताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-35950137341715613482011-09-15T15:20:25.719+05:302011-09-15T15:20:25.719+05:30जिस एक भाषा को हम कोसते रहते हैं असल में उसी ने यह...जिस एक भाषा को हम कोसते रहते हैं असल में उसी ने यहां ब्लागजगत पर हिन्दी के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस नाते हमें उसका आदर करना चाहिए। <br />और केवल नारा लगाने से हिन्दी या कोई भी भाषा मजबूत नहीं होती है। वह मजबूत होती है उपयोग करने से।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-74499422789304530622011-09-15T12:31:26.976+05:302011-09-15T12:31:26.976+05:30hamari pahchan hindi aur bindi se hai aur use uchi...hamari pahchan hindi aur bindi se hai aur use uchit samman jarur milni chahiye.Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-15388093219402479642011-09-15T10:08:22.343+05:302011-09-15T10:08:22.343+05:30This comment has been removed by the author.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-39353966814741829692011-09-14T22:37:44.377+05:302011-09-14T22:37:44.377+05:30हिंदी तो दो पाटों को जोड़ता पुल है। इसी कारण से इस...हिंदी तो दो पाटों को जोड़ता पुल है। इसी कारण से इसे उस भाषा की अनुगामिनी बनने की नियति प्रदान की गई जिसके खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में हिंदी तन कर खड़ी हुई थी।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-69643558030739424172011-09-14T19:43:31.574+05:302011-09-14T19:43:31.574+05:30गहन चिन्तनयुक्त प्रासंगिक लेख....गहन चिन्तनयुक्त प्रासंगिक लेख....Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-74899190619561774852011-09-14T19:32:05.039+05:302011-09-14T19:32:05.039+05:30हिंदी दिवस पर सार्थक चिंतन.हिंदी दिवस पर सार्थक चिंतन.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-2405749655598955992011-09-14T17:50:56.012+05:302011-09-14T17:50:56.012+05:30puja ji,
aapne sahi kaha ki dusre bhasha ka apmaan...puja ji,<br />aapne sahi kaha ki dusre bhasha ka apmaan na karen. parantu ye bhi sach hai ki hindi bhashiyon ka apmaan hota hai, use heen drishti se dekha jata hai. karan hamari shaikshnik vyawastha hai. sarkaari school hindi maadhyam ke hain, koi bhi nahin chahta ki apne bachche ko wahaan padhaye, kyonki aage ki padhaai ke liye upyukt nahin hai. uchch shiksha ho ya naukri bina angreji ka kaam hi nahin chalta. sabhi praant mein hindi ko aniwaarya kar dena chaahiye, english ek vishay ke roop mein ho to kaafi had tak samasya khatm ho. <br />achche lekh ke liye shubhkaamnaayen.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-60064441940352060842011-09-14T16:49:37.579+05:302011-09-14T16:49:37.579+05:30हिन्दी देश की शान, आन बान सब कुछ यही तो है जो पूरे...हिन्दी देश की शान, आन बान सब कुछ यही तो है जो पूरे देश में समझी जाती है।SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-55742053946609956152011-09-14T15:47:15.728+05:302011-09-14T15:47:15.728+05:30पूजा जी आप ने बिल्कुल सही कहा..विश्लेष्णत्मक सुन्...पूजा जी आप ने बिल्कुल सही कहा..विश्लेष्णत्मक सुन्दर सार्थक पोस्ट के लिए बधाई..... <br /> हिन्दी है आन हमारी,शान हमारी<br /> हिन्दी है हमको जान से प्यारी....<br /> हिन्दी दिवस की बहुत बहुत बधाई...शुभकामनाएँMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-72672231015567763602011-09-14T14:47:03.574+05:302011-09-14T14:47:03.574+05:30पूजा जी आपकी बातों से पुर्णतया सहमत हूँ...क्योंकि ...पूजा जी आपकी बातों से पुर्णतया सहमत हूँ...क्योंकि आज अंग्रेजी को अपना सम्मान समझा जाने लगा है..जो लोग अंग्रेजी जानते है..वो विशिष्ट समझे जाते है...इसीलिए तो सोच बदलने का फेर है......हम खुद में खुश नहीं है....पर कुछ मजबूरीयाँ है...जैसे पूरी दुनिया से जुड़ने के लिए अंतराष्ट्रीय भाषा का ज्ञान जरुरी है....पर अपनी प्यारी मीठी हिन्दी की खिल्ली भी नहीं उड़ायी जाये..इसका ध्यान रखा जाये......अपनी हिन्दी में हर संवेदना के लिए अलग अलग सुंदर शब्द है...पर इंग्लिश में सारी भावनाओं के लिए एक ही शब्द से काम चल जाता है...हिन्दी का विस्तार अनंत है.....बस उसके छुपे वजूद को जाग्रत करने की आवश्यक्ता है....धन्यवाद।Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-41097891013936195402011-09-14T14:42:16.265+05:302011-09-14T14:42:16.265+05:30हिन्दी दिवस की शुभकामनाओं के बाद पूजा यह अवश्य क...हिन्दी दिवस की शुभकामनाओं के बाद पूजा यह अवश्य कहूँगा तुम एक ऐसे सच को सामने लाई जिसके बारे मैं जानते सब है लेकिन बोलता कोई नहीं. अपनी मात्रभाषा सभी को प्यारी होती है लेकिन ज्ञान प्राप्त करने के लिए दूसरी भाषाओँ को सीखना भी आवश्यक हुआ करता है और सीखना भी चाहिए. हाँ अब यदि कोई विज्ञान अंग्रेजी मैं पढ़े और हिंदी बोलने वालों को अपने से कम समझे तो यह अपनी मात्र भाषा का अपमान होगा.<br />भाषा कोई भी हो उसका एक महत्व हुआ करता है.<br />हम तो जब हिंदी पे आते हैं तो समझते हैं खुद को बड़ा साहित्यकार और इसके लिए ऐसी हिंदी लिखते हैं जो समझ मैं ही ना आये और जब अंग्रेजी पे आते हैं तो अपने हिंदी भाषियों पे ही अंग्रेजी बोल के रोब गांठने लगते हैं. होना तो यही चाहिए जैसे लोग वैसी बोली.S.M.Masoomhttps://www.blogger.com/profile/00229817373609457341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-77056387674578041142011-09-14T14:38:54.675+05:302011-09-14T14:38:54.675+05:30निज भाषा उन्नति अहे, सब उन्नति को मूल।निज भाषा उन्नति अहे, सब उन्नति को मूल।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-31774037975857079032011-09-14T14:38:27.085+05:302011-09-14T14:38:27.085+05:30हिंदी दिवस पर बहुत ही रोचक और विश्लेष्णात्मक पोस्ट...हिंदी दिवस पर बहुत ही रोचक और विश्लेष्णात्मक पोस्ट<br />हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।<br /><br />जय हिंद जय हिंदी राष्ट्र भाषासंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-28581036491674553872011-09-14T14:22:23.521+05:302011-09-14T14:22:23.521+05:30हिंदी दिवस पर हार्दिक बधाई ....हिंदी दिवस पर हार्दिक बधाई ....Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-68385539439943139942011-09-14T13:21:18.933+05:302011-09-14T13:21:18.933+05:30आज के दिन का सार्थक लेख...हिन्दी दिवस पर शुभकामनाए...आज के दिन का सार्थक लेख...हिन्दी दिवस पर शुभकामनाएँ याद दिलाने का काम करती हैं कि निज भाषा को भूलें न...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4492650417191061674.post-65520067305561622342011-09-14T13:21:01.290+05:302011-09-14T13:21:01.290+05:30हिन्दी दिवस की शुभकामनाओं के साथ ...
इसकी प्रगति ...हिन्दी दिवस की शुभकामनाओं के साथ ...<br />इसकी प्रगति पथ के लिये रचनाओं का जन्म होता रहे ...<br /><br />आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com